नवरदेव नवरी पोखणे अहिराणी गाणे

हाऊ काय चंदन पाट वर काय परोटनी घडी।। हाई काय समई ना काड।। हाई काय कसारणी वाटी।। वर काय वारनीन पान।। हाई काय तेलनीण तेल।। नवरदेवर धरा।। नंदुरबार ना नंदा तेली।। यानी पैरी चाफा कै।।। यानी तांबा नी घागर।। इनी मोत्या नी चोमय।।

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